भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच वर्षों की बातचीत के बाद, आखिरकार 24 जुलाई 2025 को ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर हुए। इस समझौते का उद्देश्य दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों को अगले स्तर पर पहुँचाना है।

समझौते के प्रमुख बिंदु
- 99% भारतीय उत्पादों को ब्रिटेन के बाज़ार में ड्यूटी फ्री एंट्री मिलेगी – कपड़ा, मसाले, फूड प्रोसेस्ड आइटम, चमड़ा आदि शामिल।
- ब्रिटेन को भारतीय बाजार में व्हिस्की, ऑटोमोबाइल और बिजली चिकित्सा उपकरणों पर शुल्क कटौती मिलेगी; 90% ब्रिटिश उत्पादों की ड्यूटी कम हो जाएगी — जिनमें से 85% अगले 10 वर्षों में पूरी तरह शून्य हो जाएंगी।
- अमल में आने के बाद, द्विपक्षीय व्यापार $112 अरब तक पहुँचने की उम्मीद है।
- “India-UK Vision 2035” के तहत शिक्षा, रक्षा, टेक्नोलॉजी, निवेश में सहयोग व इनोवेशन के संयुक्त अभियान को बल मिलेगा।
- इस समझौते का UK संसद द्वारा अनुमोदन अभी शेष है और लागू होने की प्रक्रिया आने वाले महीनों में पूरी होगी।
संभावित प्रभाव और चुनौतियाँ
यह FTA भारतीय निर्यातकों के लिए नए दरवाजे खोलता है, वहीं ब्रिटिश कंपनियों को भारत में प्रतिस्पर्धा बढ़ानी होगी। हालांकि, इसके लिए शेष औपचारिक मंजूरियाँ अभी बाकी हैं, और दोनों देशों की संसदों में इसे लागू करने की प्रक्रिया जारी है। read more…