नई दिल्ली – संसद का मानसून सत्र सोमवार को हंगामे के साथ शुरू हुआ, जब विपक्ष ने केंद्र सरकार से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले जैसे मुद्दों पर जवाब मांगते हुए दोनों सदनों में जोरदार विरोध दर्ज कराया। विपक्ष के इस विरोध प्रदर्शन के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
क्या है मामला?
- विपक्ष खास तौर से कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और डीएमके जैसे दल चाहते हैं कि सरकार संसद में साफ-साफ बताए कि ऑपरेशन सिंदूर (जिसमें हाल ही में भारतीय सेना ने सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है), उसके पीछे की रणनीति क्या थी और उसका असर क्या हुआ।
- ऊपर से पहलगाम आतंकी हमले, जिसमें जवान शहीद हुए, ने पूरे सदन का माहौल और गर्मा दिया।
- साथ ही, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया बयान – जिसमें उन्होंने 2020 में भारत-पाक के बीच ‘सीज़फायर में मध्यस्थता’ करने की बात कही – ने भी विपक्ष को सरकार से जवाब मांगने के लिए मजबूर कर दिया है।
सदन में कैसे हुआ हंगामा?
जैसे ही सोमवार सुबह सदन की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सांसदों ने सीटों से खड़े होकर नारेबाजी शुरू कर दी। वे ‘ऑपरेशन सिंदूर पर जवाब दो’, ‘जवानों के साथ न्याय करो’ जैसे नारे लगा रहे थे।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और राज्यसभा अध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने बार-बार शांत रहने की अपील की, लेकिन शोरगुल के कारण संसद को दोपहर तक के लिए स्थगित करना पड़ा।
सरकार का रुख
विपक्ष के इस आक्रामक रुख पर सरकार ने कहा है कि वो संसद में सभी जरूरी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सरकार मंच से भाग नहीं रही है और वह हर सवाल का जवाब देने को तैयार है।
सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया से बातचीत में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता को भारत की बड़ी कूटनीतिक और सैन्य जीत बताया और कहा कि “ये केवल एक ऑपरेशन नहीं, बल्कि भारत की सुरक्षा और संप्रभुता की जीत है।”
इस सत्र में क्या और रहेगा खास?
- यह मानसून सत्र 21 जुलाई से 21 अगस्त तक चलेगा और इस दौरान कुल 21 बैठकें होंगी।
- सरकार की योजना है कि इस सत्र में कर कानून संशोधन विधेयक, राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक, डिजिटल डेटा संरक्षण विधेयक सहित कई अहम बिल सदन में लाए जाएं।
- वहीं विपक्ष बिहार की मतदाता सूची, जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने और मणिपुर के हालात जैसे अन्य अहम मुद्दे भी उठाएगा।
आगे क्या?
दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 12 बजे फिर से शुरू होगी, पर ऐसा माना जा रहा है कि बहस और हंगामा जारी रहेगा। सरकार और विपक्ष के बीच तीखी बहस की पूरी आशंका है।
नज़र बनी रहेगी कि क्या जनता के मुद्दों पर ठोस चर्चा हो पाती है या फिर राजनीति एक बार फिर हावी हो जाती है।read more...