2025 में बाइनेंस (Binance) ने भारत में अपनी सेवाएं फिर से शुरू कर भारत के क्रिप्टो बाजार में धमाकेदार वापसी की है। वित्तीय इंटेलिजेंस यूनिट-इंडिया (FIU-IND) में पंजीकरण के बाद बाइनेंस ने आज़ाद होकर भारतीय यूजर्स के लिए अपनी वेबसाइट और ऐप दोनों को फिर से लाइव किया है। यह कदम भारत में क्रिप्टो विनियमन को मजबूत करने और नए निवेशकों को डिजिटल संपत्ति की दुनिया से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रहा है।

बाइनेंस के सीईओ रिचर्ड टेंग ने इस सिलसिले में कहा कि FIU-IND के साथ पंजीकरण बाइनेंस के लिए एक बड़ी सफलता है, जिससे कंपनी भारत में अपनी सेवाओं को बेहतर तरीके से स्थानीय जरूरतों के अनुसार प्रदान कर पाएगी। यह वापसी भारत में क्रिप्टोकरेंसी को बढ़ावा देने और उपभोक्ताओं को सुरक्षित, नियम रूप सेवाएं मुहैया कराने के लिए फायदे की सौगात है।
2025 में भारत के क्रिप्टो नियमन में बाइनेंस की सक्रिय भागीदारी के साथ उम्मीद की जा रही है कि देश वैश्विक स्तर पर क्रिप्टो विनियमन में अगुआ भूमिका निभाएगा। बाइनेंस के क्षेत्रीय प्रमुख विशाल सचेंद्रन के अनुसार, भारत के व्यापक और प्रगतिशील क्रिप्टो रेगुलेशन फ्रेमवर्क से न केवल देश में विश्वास बढ़ेगा बल्कि यह नवाचारों को भी प्रोत्साहित करेगा।
इसके अलावा, बाइनेंस ने 2025 में अपने प्लेटफॉर्म में कई अभिनव बदलाव किए हैं जिनमें स्मार्ट और फ्लेक्सिबल विजेट्स वाले नए यूजर इंटरफेस शामिल हैं, जो यूजर्स को अपनी जरूरत के अनुसार ऐप को कस्टमाइज़ करने की सुविधा देते हैं। नए लिस्टिंग सिस्टम में शुरुआती वेब3 प्रोजेक्ट्स के लिए “Binance Alpha” प्लेटफॉर्म शामिल है, जहां से प्रोजेक्ट्स मुख्य मार्केट में आने के लिए बढ़ते हैं। इस नई व्यवस्था से निवेशकों को भरोसेमंद और मजबूत प्रोजेक्ट्स में निवेश का मौका मिलेगा।
कानूनी तौर पर देखें तो 2025 में भारत में बाइनेंस पूरी तरह से प्रतिबंधित नहीं है, बल्कि एक “ग्रे एरिया” में है जहां वह काम कर रहा है लेकिन अधिकारी लाइसेंस या पूर्ण नियमों के अधीन अभी नहीं है। इसके बावजूद, कंपनी ने एंटी मनी लॉन्ड्रिंग नियमों का कड़ाई से पालन करते हुए अपनी सेवाओं को भारत में मजबूत किया है।
संक्षेप में, बाइनेंस की भारत में वापसी और 2025 में क्रिप्टो बाजार में इसके नए कदम संकेत देते हैं कि यह वर्ष भारत के क्रिप्टो इकोसिस्टम के लिए कई अवसरों और विकास का समय होगा। भारत की बढ़ती भूमिका के साथ बाइनेंस जैसे ग्लोबल प्लेटफॉर्म्स के साथ मेलजोल से डिजिटल संपत्ति का भविष्य उज्जवल दिखाई देता है, जो निवेशकों और नवप्रवर्तकों दोनों के लिए फायदेमंद होगा।
यह खबर क्रिप्टो प्रेमियों और निवेशकों के लिए सबसे बड़ी सौगात है कि वे अब एक भरोसेमंद और नियम-पालन करने वाले एक्सचेंज के माध्यम से सुरक्षित तरीके से अपनी क्रिप्टो यात्रा जारी रख सकते हैं। बाइनेंस 2025 के लिए अपने नए फीचर्स और भारत में विस्तार की रणनीति के साथ पूरी तरह तैयार है।
यह लेख आपको बाइनेंस के भारत में 2025 के अपडेट्स, नई लिस्टिंग प्रक्रियाओं, यूजर एक्सपीरियंस सुधार, और क्रिप्टो नियमन में भारत के नेतृत्व की भूमिका के बारे में जानकारी देता है जो आज के डिजिटल युग में सबसे प्रासंगिक हैं।
यदि आप क्रिप्टो में निवेश शुरू करना चाहते हैं तो बाइनेंस अब आपके लिए भारत में अधिक सुलभ और सुरक्षित विकल्प बनता जा रहा है।
यह लेख इसके आधार पर तैयार किया गया है कि बाइनेंस ने भारत में FIU-IND के साथ रजिस्ट्रेशन पूरा किया है, 2025 में नए यूजर इंटरफेस और लिस्टिंग फ्रेमवर्क लागू किए हैं, और भारत को वैश्विक क्रिप्टो रेगुलेशन में अगुआ बनते देखकर उत्साहित है…